MLM HINDI NEWS

चिटफंड घोटालों के लिए ममता दोषी: अमित शाह


हावड़ा: भारतीय जनता पार्टी का दोबारा अध्यक्ष बनने के दूसरे ही दिन अमित शाह ने पश्चिम बंगाल का दौरा कर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जोरदार हमला बोला. जिले के डोमुरजोला में सोमवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने सारधा और रोजवैली चिटफंड घोटाले के लिए सीधे तौर पर ममता को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि राज्य में चिटफंड कंपनियों के माध्यम से लगभग 17 लाख परिवारों के साथ छल किया गया है. 
शाह ने कहा कि राज्य सरकार हर मोरचे पर विफल साबित हो रही है. सभी कारखाने बंद हो गये हैं. पहले कांग्रेस, फिर वाममोरचा आैर अब वर्तमान तृणमूल सरकार इस राज्य को पतन की राह पर ले जा रही है. 
बंगाल देश विरोधी गतिविधियों का केंद्र: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पश्चिम बंगाल देश विरोधी गतिविधियों का केंद्र बन गया है. बर्दवान जिले के खागरागढ़ में पिछले वर्ष हुए बम विस्फोट और हाल की मालदा हिंसा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बम बनाने वाले तृणमूल कांग्रेस के ही लोग हैं. पहले जाली नोट व हथियार उत्तर भारत के रास्ते से देश में पहुंचता था लेकिन अब गेट वे ऑफ बंगाल से ही नकली नोट व हथियार देश में पहुंच रहा है.
भाजपा की सरकार बनने पर घुसपैठ पर लगेगी रोक
शाह ने कहा कि बंगाल में भाजपा के सत्ता में आते ही सबसे पहले बांग्लादेशी घुसपैठियों पर रोक लगायी जायेगी. सीमा पर घेराबंदी की जायेगी. देश को नुकसान पहुंचाने वालों को माफ नहीं किया जायेगा. उन्होंने बंगाल को देश के विकास के साथ जोड़ने की अपील की आैर कहा कि एक बार भाजपा को मौका दिया जाये. बंगाल में विकास का परिवर्तन निश्चित रूप से होगा. 
भाजपा शासित झारखंड तीसरे पायदान पर पहुंचा
अमित शाह ने कहा कि वर्ष 2015 में जब झारखंड में भाजपा की सरकार बनी, तो राज्य 28 वें पायदान पर था लेकिन अब विकास के मामले में झारखंड तीसरे नंबर पर पहुंच चुका है. हमारी सरकार ने वहां बेहतरीन काम किया है, जिसका नतीजा सब के सामने है. बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार परिवर्तन का वायदा कर सत्ता में आयी थी लेकिन अफसोस ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. जिस बंगाल ने राष्ट्र गान व गीत दिये हों, वहां अब बम बनाने व बम धमाके की घटना हो रही है. 
इस मौके पर राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा, केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, राज्य पार्टी प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, राष्ट्रीय नेता सिद्धार्थनाथ सिंह, प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष, प्रदेश महिला मोरचा की अध्यक्ष रूपा गांगुली, विधायक शमीक भट्टाचार्य, रितेश तिवारी, संजय सिंह, भाजयुमो अध्यक्ष उमेश राय, हरिकिशोर साव, जय बनर्जी सहित प्रदेश स्तर के कई नेता मंच पर मौजूद थे. 
Source : www.prabhatkhabar.com...

Chit Fund Companies Cases


चिटफंड कंपनियों से ठगे गए लोगों को कुछ तो वापस मिल ही जाएगा


  रायपुर. चिटफंड और ज्यादा ब्याज का झांसा देने वाले 20 कंपनियां पिछले              एक दशक में राजधानी के लोगों से 310 करोड़ रुपए से ज्यादा ठग चुकी हैं। इन कंपनियों में पैसे लगाने वाले इसकी वापसी की उम्मीद छोड़ चुके हैं। लेकिन नए कानून पर सिस्टम से अमल किया गया तो प्रशासन ऐसे लोगों को कुछ तो रकम लौटा ही सकता है।
नए कानून में प्रशासन को अधिकार दिया गया है कि बंद हो चुकी फर्जी कंपनियों की संपत्ति को अदालत के निर्देश पर बेचकर मिली रकम निवेशकों को लौटाई जा सकती है।
इस आधार पर पुलिस और प्रशासन ने मिलकर फ्रॉड कंपनियों की संपत्ति का ब्योरा हासिल करना, उन्हें सीज करना और कुर्क करके कोर्ट में प्रस्तुत करना भी शुरू कर दिया है।
दैनिक भास्कर ने पुलिस और प्रशासन के आला अफसरों के आंकलन के आधार पर यह अनुमान निकाला है कि ऐसा करके लोगों को उनकी निवेश की हुई रकम में से 10 से 15 फीसदी हिस्सा वापस मिल भी सकता है। प्रशासन ने भी इसका सिस्टम बनाने की तैयारी कर ली है।
राजधानी में पिछले 10 साल में अलग-अलग समय में 20 चिटफंड कंपनियों ने राजधानी में अपना जाल फैलाया। किसी ने कम समय में दोगुने फायदे का झांसा जिया, तो किसी ने सस्ते पर जमीन-फ्लैट का लालच दिया।
20 कंपनियों ने हजारों लोगों ने झांसे में आकर कुल 310 करोड़ रुपए का निवेश किया। यह आंकड़े अब तक पुलिस को एफआईआर के जरिए मिली सूचनाओं पर आधारित हैं। जब कंपनियां भागीं, तब पुलिस ने कार्रवाई शुरू की।
नया कानून आने के बाद इनमें से कुछ कंपनियों की संपत्ति सीज करने का सिलसिला शुरू हुआ। अफसरों ने बताया कि सिर्फ रायपुर और आसपास धोखेबाज कंपनियों की 10 करोड़ रुपए की संपत्ति सीज की जा चुकी है। और संपत्ति का पता चल रहा है।
अनुमान है कि संपत्ति 50 करोेड़ रुपए के आसपास पहुंच सकती है। पुलिस ने जब्त संपत्ति बेचने के लिए अलग-अलग अदालतों में अर्जियां लगानी शुरू कर दी हैं। अदालतों ने आग्रह किया गया है कि संपत्ति बेचकर लोगों को रकम लौटाने की अनुमति दी जाए।
देशभर में हजारों करोड़
राजधानी और छत्तीसगढ़ में ठगी करनेवाली कुछ कंपनियां ऐसी भी हैं, जिनकी संपत्ति देशभर में फैली है। पुलिस उनका आंकलन भी कर रही है। अफसरों ने बताया कि दो कंपनियों एचबीएन और पर्ल ग्रुप की देश में हजारों करोड़ की संपत्ति है।
पर्ल ग्रुप की संपत्ति तो लगभग 45 हजार करोड़ रुपए बताई जा रही है। सीबीआई जांच में पता चला है कि इस कंपनी ने पंजाब और हरियाणा ही नहीं, आस्ट्रेलिया में भी कालोनियां बसा रखी हैं।
इसी तरह, एचबीएन कंपनी की देशभर में 500 करोड़ रुपए की संपत्ति का पता चल चुका है। पुलिस आंकलन कर रही है कि इससे प्रदेश के लोगों को क्या लाभ हो सकता है?
Source : www.bhaskar.com...